भारत के प्रसिद्ध रेसलर बजरंग पूनिया को चार साल के लिए सस्पेंड किया गया है। उन्होंने नेशनल टीम के सिलेक्शन ट्रायल में डोप टेस्ट सैंपल देने से इनकार किया था, जिसके बाद NADA ने कड़ा एक्शन लिया। जानिए पूरी खबर और सस्पेंशन का कारण।
बजरंग पूनिया का सस्पेंशन, डोप टेस्ट पर विवाद
भारत के प्रमुख रेसलर बजरंग पूनिया को चार साल के लिए सस्पेंड कर दिया गया है। यह सस्पेंशन NADA (नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी) के एक एक्शन के तहत लिया गया। पूनिया ने नेशनल टीम के सिलेक्शन ट्रायल के दौरान डोप टेस्ट सैंपल देने से इनकार कर दिया था। इस घटना के बाद NADA ने अपने नियमों के तहत उन पर सख्त कार्रवाई की है, जो रेसलिंग जगत के लिए एक बड़ा विवाद बन गया है।
NADA का सख्त एक्शन, रेसलिंग में डोप टेस्ट की अहमियत
NADA का यह एक्शन भारतीय रेसलिंग समुदाय में महत्वपूर्ण चर्चा का विषय बन गया है। डोप टेस्ट खिलाड़ियों की स्वच्छता और निष्पक्षता बनाए रखने के लिए बेहद महत्वपूर्ण होता है। बजरंग पूनिया का सैंपल देने से इनकार करना खेल की निष्पक्षता पर सवाल उठाता है। अब यह देखना होगा कि इस सस्पेंशन के बाद उनके करियर पर क्या असर पड़ेगा और क्या वे इस फैसले के खिलाफ अपील करेंगे। इस पूरे घटनाक्रम ने भारतीय रेसलिंग के भविष्य को प्रभावित किया है।