डीमैट खाते के नए नियम लागू होने की तिथि बढ़ गई है, जबकि इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश 10% घट गया है। जानें इसके कारण और प्रभाव।
डीमैट खाते के नियमों की लागू होने की तिथि बढ़ी
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने हाल ही में डीमैट खातों के नए नियमों की लागू होने की तिथि को बढ़ा दिया है। यह निर्णय निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे उन्हें समय मिलेगा ताकि वे नए नियमों के अनुसार अपनी निवेश रणनीतियों को समायोजित कर सकें। नए नियमों का उद्देश्य निवेशकों की सुरक्षा को बढ़ाना और बाजार में पारदर्शिता लाना है। इस बदलाव ने निवेशकों में एक नई उम्मीद जगाई है, लेकिन साथ ही कुछ चिंताएँ भी व्यक्त की गई हैं।
इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश में गिरावट
हालांकि, इस बदलाव के बीच, इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश में लगभग 10% की गिरावट आई है। विशेषज्ञों का मानना है कि बाजार की अनिश्चितता और आर्थिक स्थिति के चलते निवेशक सतर्क हो गए हैं। निवेशकों की बदलती मानसिकता के कारण कई ने अपने निवेश को पुनर्व्यवस्थित किया है, जिससे म्यूचुअल फंड में कमी आई है। यह गिरावट संभावित रूप से आगामी वित्तीय वर्ष में निवेश के रुझानों को प्रभावित कर सकती है, जिससे बाजार की दिशा में बदलाव आ सकता है।